NEET UG Exam Information – ऑनलाइन होगा या पेन-पेपर मोड में? जल्द होगा फैसला
NEET UG Exam Information – मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET-UG के परीक्षा प्रारूप को लेकर चर्चाएं तेज़ हैं। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने घोषणा की है कि स्वास्थ्य और शिक्षा मंत्रालय इस पर विचार कर रहे हैं कि परीक्षा पेन और पेपर मोड में जारी रखी जाए या ऑनलाइन (कंप्यूटर आधारित टेस्ट – CBT) मोड में आयोजित की जाए। इस पर अंतिम निर्णय जल्द ही लिया जाएगा और इसे 2025 के एडिशन में लागू किया जा सकता है।
NEET-UG: भारत की सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा
NEET-UG, जिसे राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा कहा जाता है, भारत में मेडिकल और संबद्ध पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है।
उम्मीदवार संख्या: 2024 में रिकॉर्ड 24 लाख से अधिक उम्मीदवार परीक्षा में शामिल हुए।
उपलब्ध सीटें:
सरकारी कॉलेजों में: 56,000 सीटें
निजी कॉलेजों में: 52,000 सीटें
अन्य पाठ्यक्रम (दंत चिकित्सा, आयुर्वेद, यूनानी): NEET के स्कोर पर आधारित।
ऑनलाइन मोड पर विचार क्यों?
नीट को ऑनलाइन मोड में आयोजित करने की चर्चा नई नहीं है, लेकिन हाल ही में परीक्षा में कथित पेपल लीक और अनियमितताओं के कारण सुधारों की मांग बढ़ी।
पैनल गठन:
जुलाई 2024 में एक उच्च स्तरीय पैनल का गठन किया गया, जिसकी अध्यक्षता पूर्व इसरो प्रमुख आर. राधाकृष्णन कर रहे हैं।
उद्देश्य: परीक्षा प्रक्रियाओं की समीक्षा और सुरक्षा को मजबूत करने के उपाय सुझाना।
सिफारिश:
पैनल ने मल्टी-स्टेज टेस्टिंग (कई चरणों में परीक्षा) की संभावना पर विचार करने का सुझाव दिया है।
ऑनलाइन मोड के फायदे और चुनौतियां
फायदे:
पारदर्शिता: प्रश्नपत्र लीक और अन्य अनियमितताओं को रोकने में मदद मिलेगी।
लॉजिस्टिक्स: OMR शीट की मैनुअल जांच और पेपर डिस्ट्रीब्यूशन की आवश्यकता समाप्त होगी।
रिजल्ट समय: ऑनलाइन परीक्षा का परिणाम जल्दी घोषित किया जा सकेगा।
चुनौतियां:
डिजिटल डिवाइड: ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों के छात्रों को इंटरनेट और कंप्यूटर तक पहुंचने में दिक्कत हो सकती है।
इंफ्रास्ट्रक्चर: पूरे देश में पर्याप्त कंप्यूटर लैब और तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध कराना।
छात्रों का अनुकूलन: बड़ी संख्या में उम्मीदवार अभी भी पेन-पेपर मोड में अधिक सहज महसूस करते हैं।
पिछले विवाद और सुधारों की दिशा
नीट और अन्य परीक्षाओं में हाल के वर्षों में अनियमितताओं की घटनाएं सामने आई हैं:
- नीट पेपर लीक विवाद (2024): पेपर की शुचिता को लेकर सवाल उठे।
- UGC NET परीक्षा रद्द: परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायतें मिलने के बाद इसे रद्द कर दिया गया।
- पैनल की भूमिका: परीक्षा प्रक्रियाओं को मजबूत और सुरक्षित बनाने के लिए सिफारिशें।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
एम्स के पूर्व निदेशक रणदीप गुलेरिया और अन्य विशेषज्ञों का मानना है कि ऑनलाइन मोड में परीक्षा का संचालन संभावित है, लेकिन इसके लिए आधारभूत ढांचे को तैयार करना महत्वपूर्ण होगा।
आईआईटी कानपुर और आईआईटी दिल्ली के विशेषज्ञों ने यह भी सुझाव दिया है कि यदि ऑनलाइन मोड अपनाया जाता है, तो छात्रों के लिए मॉक टेस्ट और ट्रेनिंग सेशन अनिवार्य किए जाएं।
आगे का रास्ता
स्वास्थ्य और शिक्षा मंत्रालय की चर्चा: केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा और धर्मेंद्र प्रधान के नेतृत्व में अब तक दो दौर की वार्ता हो चुकी है।
एनटीए की तैयारी: परीक्षा चाहे किसी भी प्रारूप में हो, एनटीए इसे सुचारू रूप से आयोजित करने के लिए तैयार है।
अधिसूचना की प्रतीक्षा: अंतिम निर्णय जल्द ही सार्वजनिक किया जाएगा।
निष्कर्ष
NEET-UG का परीक्षा प्रारूप बदलने का फैसला भारत के मेडिकल शिक्षा क्षेत्र में बड़ा बदलाव ला सकता है। हालांकि, इसे लागू करने से पहले छात्रों और शिक्षकों को इसकी प्रक्रिया से परिचित कराने की आवश्यकता होगी।
परीक्षा सुधारों का उद्देश्य न केवल परीक्षा को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाना है, बल्कि इसे भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप भी बनाना है।
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