Entrance Exam News – अब भर्ती परीक्षाएं नहीं कराएगा NTA, केवल प्रवेश परीक्षाओं पर करेगा फोकस: 2025 में होगा पुनर्गठन
Entrance Exam News – नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA), जो नीट, जेईई मेन, सीयूईटी, और यूजीसी नेट जैसी बड़ी प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करती है, अब 2025 से केवल प्रवेश परीक्षाओं पर ध्यान केंद्रित करेगी।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि भर्ती परीक्षाएं आयोजित करने की जिम्मेदारी अब NTA की नहीं होगी।
NTA का पुनर्गठन: क्या होंगे बदलाव?
शिक्षा मंत्रालय ने NTA के कामकाज को बेहतर और पारदर्शी बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं।
पुनर्गठन 2025 में होगा:
NTA में 10 नए पद सृजित किए जाएंगे।
एजेंसी का ढांचा बेहतर और मजबूत बनाया जाएगा।
भर्ती परीक्षाएं नहीं कराएगा:
2025 से NTA का फोकस केवल प्रवेश परीक्षाओं तक सीमित रहेगा।
भर्ती परीक्षाओं के संचालन की जिम्मेदारी किसी अन्य एजेंसी को दी जाएगी।
तकनीक आधारित परीक्षा:
सरकार का लक्ष्य कंप्यूटर बेस्ड और अडैप्टिव टेस्टिंग को बढ़ावा देना है।
जहां ऑनलाइन परीक्षा संभव नहीं, वहां हाइब्रिड मोड (ऑनलाइन और ऑफलाइन का संयोजन) अपनाया जाएगा।
NEET, JEE और CUET पर क्या कहा गया?
NEET UG:
ऑनलाइन बनाम पेन-पेपर मोड:
स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ चर्चा हो रही है कि नीट यूजी को ऑनलाइन मोड में आयोजित किया जाए या मौजूदा पेन-पेपर मोड में रखा जाए।
कई चरणों में परीक्षा:
कमेटी ने सुझाव दिया है कि नीट परीक्षा को भी JEE मेन की तरह एक से अधिक चरणों में आयोजित किया जाए।
CUET UG:
साल में एक बार ही परीक्षा:
कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) अब केवल साल में एक बार आयोजित किया जाएगा।
विषय विकल्पों में कटौती:
CUET में विषयों की संख्या को कम करने की सिफारिश की गई है।
JEE और अन्य परीक्षाएं:
राज्य सरकारों की मदद से परीक्षा आयोजित करने का प्लान तैयार किया जा रहा है।
पेपर लीक की घटनाओं से बचने के लिए डिजिटल मोड अपनाने पर जोर।
कमेटी की सिफारिशें: पारदर्शिता और सुधार पर फोकस
NTA की परीक्षाओं में सुधार और पारदर्शिता लाने के लिए एक समिति गठित की गई थी। कमेटी ने निम्नलिखित सुझाव दिए:
ऑफलाइन परीक्षाओं में कमी:
ऑनलाइन परीक्षाओं को बढ़ावा दिया जाए।
जहां ऑनलाइन संभव नहीं, वहां प्रश्नपत्र डिजिटल माध्यम से भेजे जाएं।
परीक्षा प्रयास सीमित:
नीट और अन्य परीक्षाओं में छात्रों के प्रयासों की संख्या को सीमित किया जाए।
आउटसोर्सिंग कर्मियों की भूमिका घटाएं:
निजी परीक्षा केंद्रों की संख्या कम की जाए।
NTA में स्थायी कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए।
तकनीक आधारित समाधान:
कंप्यूटर अडैप्टिव टेस्टिंग को अपनाया जाए।
पेपर लीक रोकने के लिए सुरक्षा उपाय सख्त किए जाएं।
पेपर लीक घटनाओं के बाद सुधार की पहल
हाल ही में नीट और UGC नेट में पेपर लीक की घटनाओं के बाद केंद्र सरकार ने इन परीक्षाओं को निष्पक्ष और सुचारू रूप से संचालित करने के लिए एक रोडमैप तैयार किया है।
राज्य सरकारों की भागीदारी:
अब परीक्षाओं का आयोजन राज्य सरकारों के सहयोग से किया जाएगा।
डिजिटल सुरक्षा:
प्रश्नपत्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए डिजिटल और तकनीकी उपाय अपनाए जाएंगे।
NTA द्वारा आयोजित प्रमुख परीक्षाएं
NTA वर्तमान में निम्नलिखित महत्वपूर्ण परीक्षाएं आयोजित करता है:
- NEET (मेडिकल प्रवेश परीक्षा)
- JEE Main (इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा)
- CUET UG और PG (कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट)
- UGC NET
- CSIR UGC NET
- NIFT (फैशन डिजाइन प्रवेश परीक्षा)
- CMAT (मैनेजमेंट प्रवेश परीक्षा)
- AIAPGET (आयुष पोस्टग्रेजुएट प्रवेश परीक्षा)
निष्कर्ष
NTA का पुनर्गठन और भर्ती परीक्षाओं की जिम्मेदारी से मुक्त होना शिक्षा क्षेत्र में एक बड़ा कदम है। यह सुधार प्रवेश परीक्षाओं की पारदर्शिता और निष्पक्षता को बढ़ाएगा। सरकार का ध्यान तकनीक आधारित परीक्षाओं की ओर है, जिससे भविष्य में पेपर लीक जैसी समस्याओं से बचा जा सके।
अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि वे इन बदलावों को ध्यान में रखते हुए अपनी तैयारी करें और NTA की आधिकारिक घोषणाओं पर नजर बनाए रखें।
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