Doctor Child Parenting Tips – डॉक्टर ने बताया: बच्चों की गलती पर पेरेंट्स को क्या कहना चाहिए, कॉन्फिडेंस डबल हो जाएगा
Doctor Child Parenting Tips – बच्चों की परवरिश में पेरेंट्स को कई बार चुनौतीपूर्ण स्थितियों का सामना करना पड़ता है, खासकर जब बच्चों से कोई गलती हो जाती है। ऐसे में पेरेंट्स को किस तरह से प्रतिक्रिया देनी चाहिए, इस पर गाजियाबाद के पेडियाट्रिशियन डॉक्टर राहुल वर्मा ने महत्वपूर्ण सलाह दी है।
उनके अनुसार, बच्चों को सकारात्मक दिशा में मार्गदर्शन करना और उन्हें समर्थन देना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं कि पेरेंट्स को किन स्थितियों में बच्चों का किस तरह साथ देना चाहिए।
जब बच्चे पर प्रेशर हो
बच्चों को भी तनाव का सामना करना पड़ सकता है। खासकर स्कूल, परीक्षाएं या दोस्तों से जुड़े तनावों के दौरान। इस स्थिति में पेरेंट्स को बच्चों की भावनाओं को समझते हुए उनका समर्थन करना चाहिए। उनसे खुले मन से बात करें और उनकी चिंता को समझें, ताकि वह अपने तनाव को बाहर निकाल सकें।
जब बच्चों को खुद पर संदेह हो
अगर बच्चे को अपनी क्षमताओं पर शक हो, तो पेरेंट्स को उनका आत्मविश्वास बढ़ाना चाहिए। किसी भी प्रोजेक्ट या कार्य में, पेरेंट्स को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बच्चा खुद पर भरोसा रखें और उन्हें इस तरह की बातें करें जो उनके मनोबल को ऊंचा करें।
जब बच्चे रिस्क लेने का निर्णय लें
अगर बच्चा कोई नया कदम उठाने जा रहा है, तो पेरेंट्स को उसका समर्थन करना चाहिए। भले ही वह असफल हो, लेकिन इस अनुभव से वह सीखेंगे और आगे बढ़ेंगे। इस तरह के निर्णयों में पेरेंट्स का प्रोत्साहन बच्चों को आत्मविश्वासी और साहसी बनाता है।
जब बच्चों को डर लगे
अगर बच्चा किसी चीज या स्थिति से डर रहा हो, तो पेरेंट्स को उसके पास मौजूद रहकर उसे सुरक्षा और शांति का अहसास दिलाना चाहिए। इससे बच्चा डर को पार कर सकता है और खुद को सुरक्षित महसूस करता है।
निष्कर्ष
बच्चों को सकारात्मक दृष्टिकोण से समर्थन देने और उनका आत्मविश्वास बढ़ाने से वे न केवल अपनी गलतियों से सीखते हैं, बल्कि भविष्य में खुद पर भरोसा रखकर और बेहतर फैसले लेते हैं। पेरेंट्स को यह समझना चाहिए कि उनका सपोर्ट ही बच्चों की सफलता और आत्मविश्वास का प्रमुख कारण बनता है।
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