Banking Jobs – Physics Wala https://physicswala.in Physics Wallah Sat, 21 Aug 2021 07:07:02 +0000 en-US hourly 1 https://physicswala.in/wp-content/uploads/2024/02/physics-wala-favicon.png Banking Jobs – Physics Wala https://physicswala.in 32 32 Bank PO Kaise Bane – बैंक प्रोबेशनरी ऑफिसर कैसे बने https://physicswala.in/bank-po-kaise-bane/ https://physicswala.in/bank-po-kaise-bane/#respond Sat, 21 Aug 2021 07:07:02 +0000 https://jobsada.com/?p=1960 Bank PO Kaise Bane – बैंक प्रोबेशनरी ऑफिसर कैसे बने

क्या आप बैंक पीओ परीक्षा (Bank Po Exam) में बैठने की योजना बना रहे है? तो चलिए आज बैंक अधिकारी परीक्षा के लिए पात्रता मानदंड और परीक्षा पैटर्न जैसी सभी आवश्यक जानकारी प्राप्त करें।

बैंकिंग क्षेत्र को अक्सर सबसे मजबूत स्तंभों में से एक कहा जाता है, जिस पर भारतीय अर्थव्यवस्था का निर्माण किया गया है। इतना महत्वपूर्ण कारक होने के बावजूद, भारत में बैंकिंग सेवाओं की पहुंच भारतीय आबादी का केवल 57% है।

प्रधानमंत्री जन-धन योजना (Pradhan Mantri Jan Dhan Yojana) जैसी सरकारी योजनाओं के माध्यम से बैंकिंग सेवाओं पर नए सिरे से ध्यान देने के साथ; बैंकिंग में करियर रखने वाले लोगों की मांग नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई है।

आईबीपीएस (IBPS) द्वारा प्रस्तुत मोटे अनुमान के मुताबिक, भारतीय बैंक 2022 तक 7,55,000 कुशल पेशेवरों को नियुक्त करेंगे; उसी वर्ष लगभग 4,60,000 नए स्नातकों को बैंकिंग उद्योग में शामिल किया गया। यदि आप बैंक विशेषज्ञ अधिकारी के रूप में करियर बनाने की योजना बना रहे हैं, तो यह आपके लिए सही समय है!

यदि आप अभी भी इस बात को लेकर असमंजस में हैं कि आपको बैंक अधिकारी (Bank Manager – PO) के रूप में करियर क्यों चुनना चाहिए या बैंक अधिकारी- विशेषज्ञ अधिकारी या बैंक पीओ के रूप में प्रवेश करने के बारे में प्रश्न हैं, तो हम नीचे इन प्रश्नों का उत्तर देने का प्रयास करेंगे।

बैंकिंग अधिकारी के रूप में करियर क्यों? – Why to Choose Bank Manager as a Career

Why to Choose Bank Manager as a Career

कई इच्छुक उम्मीदवार अक्सर मुख्य रूप से वेतन पैकेज और प्रस्ताव पर भत्तों के कारण बैंकिंग क्षेत्र में करियर (career in Banking) की ओर आकर्षित होते हैं। बैंक अधिकारी देश की वित्तीय प्रणाली और आम जनता के बीच प्राथमिक कड़ी के रूप में कार्य करते हैं, इसलिए उनका काम बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है।

इसके अलावा, वे बैंक शाखा के सामान्य संचालन की देखभाल के प्रभारी होते हैं और अपने अधीनस्थ कर्मचारियों की भलाई भी सुनिश्चित करते हैं।

इनके अलावा भारतीय बैंकिंग क्षेत्र के अधिकारियों को वित्तीय संरचना के भीतर अर्थव्यवस्था में उनके महत्वपूर्ण योगदान के कारण उच्च सम्मान के साथ माना जाता है।

इसके अलावा, स्वच्छ और ईमानदार अधिकारियों के रूप में बैंकिंग पेशेवरों का सार्वजनिक दृष्टिकोण बैंक पीओ को कई उम्मीदवारों के लिए एक सपना नौकरी बनाता है।

बैंक ऑफिसर कैसे बनें? – How To Become Bank Officer

बैंक ऑफिसर कैसे बनें – How To Become Bank Officer

यह मानते हुए कि बैंकिंग अधिकारी बैंकिंग प्रणाली के भीतर एक ऐसा वरिष्ठ पद है, बैंक पीओ के लिए भर्ती एक लिखित परीक्षा के माध्यम से की जाती है जिसे बैंक प्रोबेशनरी ऑफिसर परीक्षा (Probationary Officer – बैंक पीओ परीक्षा) के रूप में जाना जाता है, इसके बाद एक व्यक्तिगत साक्षात्कार होता है, जो आमतौर पर बैंकिंग सेवा द्वारा आयोजित किया जाता है।

भर्ती बोर्ड अधिकारियों को काम पर रखने के लिए चयन प्रक्रिया व्यापक है और यह सुनिश्चित करने के लिए कि इस तरह के महत्वपूर्ण पद के लिए सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवारों का चयन किया जाता है।

लिखित परीक्षा पास करने के बाद, अधिकारियों को 2 साल की परिवीक्षा अवधि के लिए सेवा देनी होती है, जिसके दौरान वे बैंकिंग संरचना के भीतर अपनी नौकरी की जिम्मेदारियों के बारे में प्रशिक्षण लेते हैं।

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बैंक प्रोबेशनरी ऑफिसर के लिए पात्रता मानदंड – Qualification for Bank PO

बैंक प्रोबेशनरी ऑफिसर Qualification for Bank PO

विभिन्न बैंकों ने बैंक पीओ परीक्षा के लिए अलग-अलग पात्रता मानदंड निर्धारित किए हैं। लेकिन एसबीआई पीओ जैसी प्रमुख बैंकिंग परीक्षा परीक्षा के लिए सामान्य पात्रता दिशानिर्देशों का पालन करती है।

इच्छुक उम्मीदवार बैंक परिवीक्षाधीन अधिकारी परीक्षा (बैंक पीओ परीक्षा – Bank PO Exam) के लिए निम्नलिखित पात्रता मानदंडों को पूरा करने की योजना बना रहे हैं:

शैक्षणिक योग्यता – Education Qualification

सामान्य श्रेणी (General Category) के उम्मीदवारों को न्यूनतम 60% अंकों के साथ कक्षा 12 की परीक्षा और न्यूनतम 55% अंकों के साथ स्नातक / स्नातकोत्तर उत्तीर्ण होना चाहिए

आरक्षित श्रेणी (Reserved Category) के उम्मीदवारों को न्यूनतम 55% अंकों के साथ कक्षा 12 की परीक्षा और न्यूनतम 50% अंकों के साथ स्नातक / स्नातकोत्तर उत्तीर्ण होना चाहिए

बैंक प्रोबेशनरी ऑफिसर परीक्षा (Bank Probationary Officer Exam) के लिए उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों के पास कक्षा 12 के स्तर पर एक विषय के रूप में प्रतिष्ठित संस्थान या कंप्यूटर संस्थान से प्रमाण पत्र के साथ बुनियादी कंप्यूटर साक्षरता होना आवश्यक है।

आयु सीमा

  • ओबीसी उम्मीदवारों के लिए आयु सीमा में 3 वर्ष की छूट
  • अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति / भूतपूर्व सैनिक उम्मीदवारों के लिए – आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट
  • वीएच / ओएच उम्मीदवारों के लिए – आयु सीमा में 10 वर्ष की छूट

परीक्षा पैटर्न – Exam Pattern

आईबीपीएस द्वारा आयोजित बैंकिंग प्रोबेशनरी ऑफिसर (Bank Probationary Officer) परीक्षा दो राज्यों की परीक्षा है। पहला चरण एक प्रारंभिक परीक्षा है जो एक वस्तुनिष्ठ शैली की परीक्षा है; उसके बाद मुख्य परीक्षा जो प्रकृति में वर्णनात्मक है।

नीचे उल्लिखित पैटर्न आईबीपीएस पीओ परीक्षा (IBPS PO Exam) के लिए घोषित किया गया है, उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे अपने संबंधित बैंक पीओ परीक्षा अधिसूचना के अनुसार इसकी पुष्टि करें।

बैंक पीओ प्रारंभिक परीक्षा – Bank PO Preliminary Exam

बैंक पीओ प्रारंभिक परीक्षा – Bank PO Preliminary

प्रारंभिक बैंक पीओ परीक्षा एक Objective Type Questions की परीक्षा है जिसका उपयोग मुख्य परीक्षा के लिए उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट करने के लिए किया जाता है। बैंक पीओ प्रारंभिक परीक्षा, परीक्षा पैटर्न नीचे दिया गया है:

Sr No Name of Test No of Questions Maximum Marks Duration
1 English Language 30 30 Composite Time of 1 hour
2 Quantitative Aptitude 35 35
3 Reasoning Ability 35 35
Total 100 100

बैंक पीओ मुख्य परीक्षा – Bank PO Main Exam

बैंक पीओ मुख्य परीक्षा Bank PO Main

बैंक पीओ मुख्य परीक्षा एक वर्णनात्मक परीक्षा (Descriptive Test) है जिसके माध्यम से उम्मीदवारों को व्यक्तिगत साक्षात्कार के दौर के लिए चुना जाता है। बैंक पीओ मुख्य परीक्षा परीक्षा पैटर्न नीचे दिया गया है:

Sr No Name of Test No of Questions Maximum Marks Duration
1 Reasoning 50 50 Composite Time of 2 hour
2 English Language 40 40
3 Quantitative Aptitude 50 50
4 General Awareness 40 40
5 Computer Knowledge 20 20
Total 200 200

अंग्रेजी भाषा के प्रश्न को छोड़कर, उपरोक्त परीक्षा में अन्य सभी प्रश्न द्विभाषी प्रारूप (हिंदी और अंग्रेजी) में दिए जाएंगे।

व्यक्तिगत साक्षात्कार – Personal Interview

मुख्य परीक्षा के बाद शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों को अंतिम चयन के लिए व्यक्तिगत साक्षात्कार के दौर के लिए उपस्थित होना होगा।

व्यक्तिगत साक्षात्कार (Personal Interview) दौर का उद्देश्य उम्मीदवार के पारस्परिक कौशल और सॉफ्ट कौशल का परीक्षण करना है। प्रश्न व्यक्तिगत और शैक्षणिक पृष्ठभूमि के साथ-साथ बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र से संबंधित जानकारी और विश्लेषणात्मक प्रश्न हैं।

इतनी व्यापक स्क्रीनिंग और चयन प्रक्रिया के साथ, बैंक पीओ परीक्षा भारत में सबसे कठिन भर्ती परीक्षाओं में से एक है।

हालांकि, बैंकिंग क्षेत्र द्वारा पेश किए जाने वाले आकर्षक करियर के अवसरों को ध्यान में रखते हुए, नौकरी के लिए उपयुक्त सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवारों का चयन करने के लिए ऐसी विस्तृत प्रक्रिया की आवश्यकता है।

SBI PO 2024 Syllabus

SBI Bank PO Exam Syllabus other bank exam की तुलना में एक समान ही होता है। दोनों Preliminary and main examination में English and Reasoning के भाग होते है तथा इन both parts के लिए syllabus कुछ subjects को छोड़कर same होता है।

SBI PO Ka Syllabus दोनों Preliminary and main examination के लिए निचे बताया गया है।

English Language | अंग्रेजी भाषा

Bank PO की Exam के लिए English Language की knowledge होना बेहद जरुरी है जैसे- Sentence Correction, general english, शब्दावली, Spelling Section आदि।

Computer | कम्प्यूटर

Computer विषय में computer से related कई questions आते है जैसे – कम्प्यूटर का इतिहास, MS-Office, MS Word, hardware, software etc.

Current Affairs | सामयिकी

Current Affairs में Indian and International Economy, Indian Constitution, About Sports, Bank Rules, Daily Events को शामिल किया जाता है।

Quantitative Aptitude | मात्रात्मक रूझान

इस subject में Maths पर based questions पूछे जाते है जैसे- Simple interest, percentage, average, time and distance, profit and loss आदि question पूछे जाते है।

Bank PO Ki Salary

SBI PO Ki Salary other banks की तुलना में सबसे अधिक होती है। SBI PO की Basic Salary 23,700 होती है तथा अन्य सभी allowances को मिलाकर BANK PO का वेतन 42,020 रूपये होता है।

BANK PO के कार्य | Works of Bank PO

Bank PO का work बहुत ही effective होता है, Bank PO की भूमिका bank में सबसे best होती है। यह अपना work बहुत ही better way से करता है, आगे आपको SBI PO के कार्य बताये गए है।

Bank PO का कार्य customer’s को loan प्रदान करना है, loan प्रदान करने के लिए क्या important papers and documents होते है उसका checkup and confirmation करके loan दिया जाता है।

Bank PO को other area’s की information भी रखनी होती है जैसे – Loan, Marketing, Accounting, Finance आदि।

Bank PO को customers’ को उपलब्ध करवाए जाने वाली facilities का ध्यान रखना होता है जैसे- ATM Card, Check Book, Passbook तथा customer की problem, cash लेन-देन के मामले, account को लेकर कोई problem etc. से related information रखना है।

Bank PO Eligibility – Bank PO के लिए शैक्षणिक योग्यता

Bank PO apply करने के लिए आपको सबसे पहले इसकी Education qualifications के बारे मे जरुर जान लेना चाहिए

Candidate का किसी भी Recognized university से Graduation पास होना compulsory हैं।

जिस state से apply कर रहे है उस state की regional language and English language का experience होना आवश्यक हैं।

Bank PO Age Limit | Bank PO में उम्र सीमा

Bank PO के लिए सभी categories की age limit minimum 20 वर्ष से लेकर maximum 28 वर्ष तक रखी गयी हैं।

उम्र सीमा मे छूट | Age relaxation in Bank PO

OBC – 3 वर्ष

ST/SC – 5 वर्ष

Handicapped – 10 वर्ष

बैक PO के लिए apply कैसे करे | How to Apply for Bank PO

अगर आप Bank PO बनना चाहते है तो आप इसके लिए online apply कर सकते है. Every year IBPS द्वारा Clerk and PO की हजारों jobs निकाली जाती है उसमे अगर आप भी apply करना चाहे तो कर सकते हैं।

बैंक PO की चयन प्रक्रिया  |  Selection Process for Bank PO

Bank PO के लिए IBPS द्वारा 3 तरह से selection process रखा गया है, सभी candidate’s को 3 levels मे success प्राप्त करने पर Bank PO के लिए capable माना जायेगा.

  • प्रारम्भिक परीक्षा – Preliminary Exam
  • मुख्य परीक्षा – Main Exam
  • साक्षात्कार – Interview
  1. प्रारम्भिक परीक्षा – Preliminary Exam

Apply करने के बाद candidates को सर्वप्रथम इसी level को clear करना होता है ये exam 100 marks का होता है व इसमे candidates को 1 hour का time दिया जाता है इस exam मे सभी candidate part ले सकते है जिन्होंने Bank PO के लिए apply किया हो.

  1. मुख्य परीक्षा – Bank PO Exam

Preliminary examination मे सफल घोषित हुए candidates को Second stage main exam मे बुलाया जाता है ये exam प्रारम्भिक परीक्षा से थोडा difficult होता है and ये exam 200 marks का होता है जिसमे candidate को 3 hours का exam दिया जाता हैं।

  1. साक्षात्कार – Interview

Both exams मे successful घोषित होने पर candidates को interview के लिए बुलाया जाता है जिसमे officer द्वारा candidates को कुछ important questions पूछे जाते है व candidates की personality को भी देखा जाता है व इसके अनुसार number दिये जाते है।

अन्य मे सभी Marks के base पर एक merit list बनायी जाती है जिसमे selected candidates का नाम व Roll number जारी किया जाता है उसमे जिन candidates का चयन होता है उन्हें Bank PO की job दी जाती है

BANK PO की ज़िम्मेदारीया – Responsibilities of Bank PO

Nationalized bank में Probationary Officers Bank के दिन-प्रतिदिन के various works के साथ-साथ bank के business को बढ़ाने के लिए भी responsible होता है Probationary Officers के रूप में आपको bank के business को बढ़ाने के लिए new ways के बारे में सोचना होगा।

आइये जाने एक Probationary Officers के रूप में आपको bank में क्या-क्या work करना होगा.

ग्राहक सेवा | Customer Service

सामान्यता, banks में customer service की responsibility मुख्य रूप से Clerical cadre के द्वारा संभाली जाती है परन्तु कुछ मौके पर Probationary Officers को भी यह responsibility संभालनी पड़ती है।

नए खाते खोलने, customer’s के new और old ATM card के issue से निपटने, deposits और loans को handle करना, check book जारी करने आदि कुछ ऐसी customer service के part है जिन्हें BANK PO को regular base पर handle करना पड़ता है।

बैंक के लिए बिज़नस लाना

यह BANK PO की responsibility है कि वे banks के Various products and schemes (जिन्हें बैंक अपने customer के लिए time to time launch करता रहता है) को promote करे। आपको bank की scheme या offer को pitch करने के लिए customer से मिलने भी जाना पड़ सकता है; क्योंकि public banking area में आमतौर पर bank के business को बढ़ाने के लिए marketing and sales officers नहीं होते हैं।

कैश हैंडलिंग | Cash Handling

आज के time में सभी government schemes का related सीधे बैंक के जुड़ा होता है। Banks से जुड़ी government की various schemes के परिणामस्वरूप bank में clerk’s पर सबसे अधिक responsibility होती है और कभी-कभी इन responsibilities के कारण, banks में cash section में भी probationary officers का शामिल होना Really necessary हो जाता है।

Banks में workforce की कमी के कारण कभी-कभी probationary officer’s को cash counter को भी संभालना होता है। कई bank probationary officers को किसी special area में ATM के रख-रखाव की responsibility  भी देते हैं।

भुगतान करना | Clearance of Payment

हालांकि banks में clerk’s को सबसे अधिक cash लेनदेन और भुगतानों का work संभालना होता है परन्तु check, demand draft, एनईएफटी/आरटीजीएस(NEFT/ RTGS) और other payment models पर कुछ fixed amount के मामले में उन्हें probationary officers से permission लेना compulsory होता है।

रिपोर्टिंग और सत्यापन | Reporting and Verification

BANK PO को daily base पर दिन-प्रतिदिन की banking activities का data बनाना होता है। BANK PO को branch में हुए दिन-प्रतिदिन के banking transactions के record को verified करके zonal office में जमा करना होता है।

BANK PO की Job आपको बहुत कुछ learning chance तो देती ही है साथ में आपको एक responsible और confident person बनाने में भी आपकी help करती है। 

Probationary officer का वेतन | Probationary Officer Salary

अधिकांश Public sector banks में एक probationary officers की basic salary लगभग equal होती है, मगर CTC cities के हिसाब से difference हो सकता है.

10वें Bilateral agreement के आधार पर एक BANK PO का वेतन इस प्रकार है

23700 ‒ (980 × 7) – 30560 – (1145 × 2) – 32850 – (1310 × 7) – 42024

Means

IBPS PO का शुरुआती मूल वेतन – Rs. 23,700

IBPS PO का मूल वेतन, 7 साल बाद – Rs 30,560

IBPS PO का मूल वेतन, 7 + 2 Years – Rs 32,850

IBPS PO का मूल वेतन, 7 + 2 + 7 Years – Rs 42,020

Starting मूल वेतन 23,700 रुपये होगा इसके बाद हर साल 980 रुपये की growth होगी और 7 साल बाद मूल वेतन 30,560 रुपये होगा. इसके बाद two years तक 1,145 रुपये की growth होगी और अगले 2 साल बाद मूल वेतन 32,850 रुपये हो जाएगा. इसके बाद 1,310 रुपये की growth होगी और अगले 7 साल बाद मूल वेतन 42,020 रुपये हो जाएगा.

यह तो था एक Probationary officer का मूल वेतन, इसके आलावा एक BANK PO को अन्य allowances और facilities भी मिलती हैं जो कुछ इस प्रकार हैं

HRA – House Rent Allowance | हाउस रेंड अलाउंसेस

एक Probationary officer को मिलने वाले HRA (यानी हाउस रेंट अलाउंस) इस बात पर depend करता है कि उसकी posting किस जगह पर है.

महंगाई भत्ता | Dearness Allowance

Public bank के employee’s को महंगाई भत्ता भी मिलता है. January 2016 के एक data के अनुसार, Public bank के एक BANK PO को basic salary का लगभग 39.8% हिस्सा अलग से (सैलरी के आलावा) महंगाई भत्ते के रूप में मिलता है.

विशेष भत्ता | Special Allowance

यह basic salary का लगभग 7.75% है। यह 01.01.2016 से effective हुआ था

शहर प्रतिपूरक भत्ता | City Compensatory allowance

Based on the type of the city, यह 0%, 3% या 4% हो सकता है।

इन सबके आलावा एक Probationary officer के कुछ अन्य benefits or allowances भी मिलते हैं जैसे Travel Allowance, News Paper Allowance, Medical Assistance, New Pension Scheme जैसे कुछ other benefits भी मिलते हैं. इन सबको अगर मिलाकर देखें तो total salary 35,000+ Rupees होती है.

आईबीपीएस BANK PO की पदोन्नति नीति | IBPS BANK PO Promotion Policy

अधिकांश public bank के bank promotion के मामलों में Indian Government के Finance Ministry द्वारा जारी किए गए guidelines का पालन करते हैं.

Promotion के मामले में public bank के banks दो channels के माध्यम से होते हैं: Merit channel and normal channel.

IBPS PO की करियर ग्रोथ | IBPS PO Career Growth

Banks में काम करने वाले Probationary officer या Junior Management Grade Scale I Officer की salary 23,700 रुपये से लेकर 42,020 तक हो सकती है. Banks में other officer’s को मिलने वाली salary कुछ इस प्रकार है

  • MMGS II (Middle Management Grade Scale II): वेतन 31,705 रुपये से लेकर 45,950.
  • MMGS II (Middle Management Grade Scale III): वेतन 42,020 रुपये से लेकर 51,490.
  • SMGS IV (Senior Management Grade Scale IV): वेतन 50,030 रुपये से लेकर 59,170.
  • SMGS V (Senior Management Grade Scale V): वेतन 59,170 रुपये से लेकर 66,070.

Entry level पर एक SBI BANK PO की salary other public area के banks से ज्यादा होती है.

Conclusion | निष्कर्ष

Friends, यह थी हमारी BANK PO कैसे बने. उम्मीद है आपको SBI PO की तैयारी कैसे करे के बारे में detail में समझ में आ गया होगा। आपको ऊपर दी गई detail ed information से अब आपको BANK PO की preparation करने में ज्यादा problem नहीं होगी और इससे आपको काफी help मिलेगी।

दोस्तों, अगर आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आई हो तो like and share करना न भूले, धन्यवाद.

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Bank Manager Kaise Bane – बैंक मैनेजर कैसे बने https://physicswala.in/bank-manager-kaise-bane/ https://physicswala.in/bank-manager-kaise-bane/#respond Fri, 20 Aug 2021 06:44:55 +0000 https://jobsada.com/?p=1952 Bank Manager Kaise Bane – बैंक मैनेजर कैसे बने

क्या आप बैंक मैनेजर की नौकरी के इच्छुक हैं? क्या आप भ्रमित महसूस करते हैं या बैंक मैनेजर (Bank Manager) बनने के बारे में पूरी जानकारी नहीं जानते हैं? तो आइये आज जानते है Know How to Become Bank Manager यानि के Bank Manager Kaise Bane.

फिर यह लेख आपके लिए एक बैंक में एक अधिकारी के रूप में शामिल होने और एक सफल बैंक प्रबंधक बनने का तरीका सीखने के बारे में सभी आवश्यक विवरण देने वाला है।

बैंकों का महत्व – Importance of Banks

बैंक, व्यक्ति के जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा बन गए हैं। किसी देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ होने के नाते, बैंक देश की अर्थव्यवस्था के हर क्षेत्र को छूते हैं।

वर्तमान समय में जब पैसे के आदान-प्रदान मुद्रा है, हम एक की सेवाओं का उपयोग किए बिना नहीं रह सकते हैं। प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से बैंक।

भले ही हम अपने मोबाइल से डिजिटल सैलरी और ई-ट्रांसफर के दिनों में आ गए हों, ऐसे में एक मजबूत अर्थव्यवस्था के लिए एक मजबूत बैंकिंग प्रणाली की जरूरत है।

यह भारतीय बैंकिंग (Indian Banking) और वित्तीय क्षेत्र की आंतरिक शक्ति, अखंडता और दक्षता थी जिसने 2008 के दौरान और उसके आसपास वैश्विक वित्तीय उथल-पुथल के समय देश की अर्थव्यवस्था को स्थिर रहने में मदद की। भारत में बैंकिंग क्षेत्र अभी भी बढ़ रहा है और बहुत सारे अवसर प्रदान करता है।

  • ऐसे में एक बैंक मेनेजर के महत्व को देखा जाना चाहिए
  • बैंक मैनेजर का महत्व और पात्रता – Importance and Eligibility of Bank Manager

एक बैंक मैनेजर (bank manager) एक बैंक शाखा का प्रमुख होता है। उस स्थान पर बैंक मैनेजर को बैंक कहा जाता था। एक बैंक मैनेजर एक बैंक (शाखा) के दिन-प्रतिदिन के संचालन, प्रशासन, विपणन, प्रबंधन, समन्वय और कर्मचारियों का समर्थन करने, ग्राहकों और जनता के साथ संपर्क करने, सिस्टम और वैधानिक नियमों का ठीक से पालन सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार है, बैंक के प्रमुख उसके नियंत्रणाधीन शाखा में कार्यालय के दिशा-निर्देशों और निर्देशों का ठीक से पालन किया जाता है।

इसे एक शब्द में कहें तो बैंक शाखा के कामकाज के सभी पहलुओं के लिए एक बैंक मैनेजर जिम्मेदार होता है।

कोई बैंक मैनेजर कैसे बन सकता है – How to Become Bank Manager

बैंक मैनेजर (bank manager) के इस तरह के महत्व और जिम्मेदारी की स्थिति के लिए स्वाभाविक रूप से एक ऐसे व्यक्ति की आवश्यकता होती है जिसके पास अधिकतम दक्षता और परिणाम के साथ सर्वोत्तम तरीके से अपेक्षित कर्तव्यों का संचालन और प्रदर्शन करने के लिए दृष्टिकोण, क्षमता और ज्ञान हो।

भारत में, आम तौर पर एक बैंक मैनेजर पद एक प्रवेश पद नहीं है। किसी को निचले स्तर के पद पर प्रवेश करना होता है और नौकरी के अनुभव और इन-हाउस प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद और विभिन्न निचले स्तरों पर कुछ न्यूनतम वर्षों की सेवा में रखने के बाद, बैंक परीक्षण द्वारा प्रासंगिक मानकों का मूल्यांकन और/या साक्षात्कार करने के बाद एक उपयुक्त व्यक्ति को मैनेजर की जिम्मेदारी सौंपता है।

BANK MANAGER बनने के लिए योग्यता

  • उम्मीदवार का किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय (university) से ग्रेजुएशन अथवा पोस्ट ग्रेजुएशन पास हुआ होना आवश्यक हैं.
  • Candidate को banking का अनुभव होना बेहद आवश्यक हैं.
  • उम्मीदवार की उम्र कम से कम 21 वर्ष या अधिक हो‌ना बेहद आवश्यक हैं.
  • उम्मीदवार के ग्रेजुएशन मे 60% मार्क्स होने बेहद ही आवश्यक हैं। परन्तु इससे कम‌ अंक वाले उम्मीदवार भी इसके‌ लिए आवेदन किया जा सकता हैं पर ऐसी सुविधाएँ बहुत ही कम बैंक देती हैं.
  • 12th मे commerce वाले candidates को अधिक मान्यता दी जाती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि commerce के उम्मीदवारों को फाइनेंस एवं बैकिंग का अनुभव होता हैं.
  • उम्मीदवार किसी भी प्रकार से इललीगल काम में नही होना चाहिए। और उस पर किसी भी तरह का पुलिस केस नही होना चाहिए.
  • English भाषा का अनुभव होना बेहद आवश्यक हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि बैकिंग में ज्यादातर English भाषा का ही इस्तेमाल होता हैं.

Career After Post Graduation

बैंक मैनेजर बनने के लिए कौन सी पढ़ाई जरूरी है? – What are the studies required to become a bank manager?

निजी बैंक नौकरियों के लिए उम्मीदवार को 55% अंकों के साथ स्नातक उत्तीर्ण होना चाहिए। बैंक में मैनेजर के पद के लिए मैनेजमेंट की शिक्षा होना बहुत जरूरी है, इसलिए उम्मीदवार के पास एमबीए या पीजीडीएम की डिग्री होना बेहद जरूरी है। उम्मीदवार के लिए कंप्यूटर में टैली या अकाउंटिंग से संबंधित जानकारी होना भी बहुत जरूरी है।

वर्तमान में बैंक मैनेजर बनने के दो तरीके हैं – 2 Ways to Become Bank Manager

  1. सहायक या लिपिक संवर्ग (assistant or clerical cadre) के कर्मचारी के रूप में बैंक में प्रवेश करना और फिर आंतरिक पदोन्नति के साथ प्रगति करना।
  2. सीधी भर्ती वाले बैंक अधिकारी या प्रोबेशनरी ऑफिसर (PO – पीओ) या प्रबंधन प्रशिक्षु (management trainee – एमटी) के रूप में प्रवेश करना और फिर कुछ वर्षों की सेवा के बाद प्रबंधक बनने के लिए प्रगति करना, या अधिकारी पद के विभिन्न पदों पर प्रगति करना और विभिन्न प्रबंधकीय वेतनमानों की ओर बढ़ना।

हम प्रबंधक बनने के लिए पीओ भर्ती (Bank PO) और आंतरिक पदोन्नति (internal promotion) मार्ग पर चर्चा करेंगे; पहले बैंक अधिकारी बनना होगा।

बैंक प्रोबेशन ऑफिसर की भर्ती – Bank Probation Officer Recruitment

भर्ती प्रक्रियाओं में विभिन्न परिवर्तनों से गुजरने के बाद, वर्तमान में प्रोबेशन ऑफिसर की भर्ती के लिए दो मुख्य धाराएँ हैं।

  1. बैंक कार्मिक चयन संस्थान द्वारा आयोजित आईबीपीएस परीक्षा से चयन द्वारा भर्ती।

(ए) कई भाग लेने वाले बैंकों के लिए सामान्य आईबीपीएस परीक्षा (IBPS Exams) आयोजित की जाती है।

(बी) आईबीपीएस उस बैंक की आवश्यकता के अनुसार किसी विशेष बैंक के लिए पीओ परीक्षा आयोजित करता है।

अधिकांश सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक या तो (ए) का अनुसरण करते हैं, और भारतीय स्टेट बैंक (बी) द्वारा भर्ती करता है।

(सी) बैंक कुछ विश्वविद्यालयों के साथ गठजोड़ करते हैं जो बैंकिंग में पीजी डिप्लोमा या एमबीए में चयनित उम्मीदवारों को प्रशिक्षित करते हैं और फिर अधिकारी स्तर पर सफल उम्मीदवारों को अवशोषित करते हैं। इंडियन ओवरसीज बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, सिंडिकेट बैंक, कोटक बैंक, आईसीआईसीआई बैंक (Indian Overseas Bank, Bank Of Baroda, Syndicate Bank, Kotak Bank, ICICI Bank) जैसे बैंकों ने ऐसा ही किया है।

  1. ज्यादातर नई पीढ़ी के निजी क्षेत्र के बैंक सीधी भर्ती प्रक्रिया का पालन करते हैं। वे उम्मीदवारों को बैंक की वेबसाइटों के साथ अपना प्रोफ़ाइल पंजीकृत (profile registered) करने में सक्षम बनाते हैं। फिर, जब भी vacancy आती हैं, वे इन उम्मीदवारों को परीक्षा या साक्षात्कार के लिए बुलाते हैं और उन्हें भर्ती करते हैं।

बैंक मेनेजर के रूप में भर्ती होने के लिए न्यूनतम पात्र शैक्षणिक योग्यता

Minimum Eligible Educational Qualification to be recruited as Bank Manager

बैंक प्रोबेशनरी ऑफिसर (Bank PO) के लिए आवेदन करने के लिए स्नातक वर्तमान बुनियादी शैक्षणिक योग्यता है। सीधे भर्ती करने वाले कुछ बैंक बैंकिंग और वित्त में भी एमबीए की मांग करते हैं।

आईबीपीएस पीओ / एमटी परीक्षण निम्नलिखित पर हैं

The IBPS PO/MT tests are based on the following

  • मात्रात्मक रूझान – Quantitative Aptitude
  • अंग्रेजी समझ – Knowledge of English
  • विचार – Good Thoughts
  • बैंकिंग पर ध्यान देने के साथ सामान्य जागरूकता
  • कंप्यूटर मूल बातें – Basic Knowledge of Computer

विज्ञापन सभी प्रमुख समाचार पत्रों और रोजगार समाचार पत्रों में घोषित किए जाते हैं, आईबीपीएस वेब साइट (IBPS Website) और संबंधित बैंक वेब साइटों के अलावा, कई जॉब पोर्टल भी लिंक प्रदर्शित करते हैं।

अधिकारी के रूप में शामिल होने के बाद बैंक मेनेजर कैसे बनें

How to become a bank manager after joining as an officer

अधिकांश बैंकों में पीओ को विभिन्न केंद्रों और विभिन्न विभागों में नौकरी का प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि उन्हें बैंकिंग के सामान्य पहलुओं से पूरी तरह अवगत कराया जा सके।

फिर उन्हें कनिष्ठ प्रबंधन स्केल I (Junior Management Scale) में सहायक प्रबंधकों के रूप में एक अनुभाग या विभाग के स्वतंत्र कामकाज का काम सौंपा जाता है। कुछ बैंक प्रशिक्षण सह परिवीक्षा (co-probation) अवधि के अंत में पूर्व-पुष्टि परीक्षण और पदोन्नति परीक्षा के रूप में एक परीक्षा आयोजित करते हैं।

फिर प्रदर्शन के अनुसार परीक्षण के बाद उन्हें जूनियर मैनेजमेंट स्केल II में पदोन्नत किया जाता है या स्केल I पर बनाए रखा जाता है।

बैंक शाखाओं को स्केल I, स्केल II, स्केल II आदि के रूप में भी वर्गीकृत किया गया है। प्रासंगिक पैमाने के पुष्टि किए गए अधिकारियों को संबंधित ग्रेड शाखाओं में बैंक प्रबंधक के रूप में तैनात किया जा सकता है।

बैंक मेनेजर की सैलरी – Salary of Bank Manager

Bank Manager Salary – सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और पुराने निजी क्षेत्र के बैंकों में, एक अच्छी तरह से स्थापित वेतन संरचना और अन्य लाभ हैं।

वे अब तक द्वि-पक्षीय निपटान नामक मजदूरी निपटान तंत्र (Wage settlement mechanism called two-party settlement) के अनुसार हैं जिसमें सदस्य बैंक और अधिकारियों के सदस्य ट्रेड यूनियन भारतीय बैंक संघ और भारत सरकार, बैंकिंग विभाग, वित्त मंत्रालय के साथ बातचीत करते हैं और स्वीकार करते हैं और अनुमोदन करते हैं।

बैंक प्रबंधक (bank manager) होने के लिए बहुत अधिक अतिरिक्त लाभ नहीं हैं। एक बैंक प्रबंधक को उस बैंक में उसके ग्रेड के वेतन ढांचे के अनुसार समान मुआवजा मिलता है। कुछ बैंकों में कुछ प्रतिपूर्ति जैसे कुछ लाभ दिए जाते हैं।

एक वित्तीय वर्ष में शाखा के व्यावसायिक प्रदर्शन के आधार पर कई बैंकों में नकद प्रोत्साहन की व्यवस्था है, जो वार्षिक वेतन का प्रतिशत हो सकता है।

आईबीपीएस द्वारा प्रचारित विज्ञापनों से, एसबीआई में एक स्केल I (प्रवेश स्तर) प्रबंधक को पोस्टिंग के स्थान के आधार पर प्रति माह लगभग 60,000 रुपये का सैलरी पैकेज मिल सकता है।

एक औसत मध्यम स्तर के प्रबंधक को कुछ अतिरिक्त अन्य लाभों के साथ लगभग 7 से 8 लाख रुपये सालाना वेतन भी मिल सकता है।

एक शाखा प्रबंधक होने के नाते और पदोन्नति के लिए एक मानदंड है। नई पीढ़ी के निजी बैंक शाखा प्रबंधकों को उनके व्यावसायिक प्रदर्शन के आधार पर अधिक वेतन और प्रोत्साहन देते हैं।

बैंक मेनेजर का करियर पथ – Bank Managers Career Path

Bank Manager Career Scope – अधिकांश बैंकों में एक अच्छी तरह से परिभाषित करियर पथ है। बैंकों के शीर्ष अधिकारी आज स्केल I के अधिकारियों के रूप में शामिल हुए। वे जूनियर मैनेजमेंट स्केल, मिडिल मैनेजमेंट स्केल और टॉप मैनेजमेंट स्केल (Junior Management Scale, Middle Management Scale and Top Management Scale) के माध्यम से कोर्स करते हैं।

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में जिन पदों के साथ बैंक प्रबंधकों को बुलाया जाता है, वे हैं प्रबंधक, वरिष्ठ प्रबंधक, मुख्य प्रबंधक और सहायक महाप्रबंधक (Manager, Senior Manager, Chief Manager and Assistant General Manager)। फिर वे वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबंधक, मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक के पदनामों में क्षेत्रीय प्रबंधकों के लिए प्रगति करते हैं।

शीर्ष प्रबंधन वेतनमान में वे उप महाप्रबंधक, महाप्रबंधक हैं। महाप्रबंधक बनने के बाद, बैंक प्रबंधकों को क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के अध्यक्ष के रूप में अन्य बैंकों के कार्यकारी निदेशक और बैंकों के प्रबंध निदेशक के रूप में पार्श्व पोस्टिंग मिल सकती है। वहां से भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर सहित कई अन्य नियुक्तियों का अवसर मिलता है।

बदलते समय और पर्यावरणीय कारकों के साथ तालमेल बिठाते हुए, बैंकों ने समय-समय पर समीक्षा के बाद अपनी पदोन्नति नीतियों में भी बदलाव किया है।

पहले के समय के पैमाने के आंदोलनों के विपरीत, अब क्षमता और प्रदर्शन के साथ उज्ज्वल और मेहनती अधिकारियों को कम समय के भीतर उच्च ग्रेड और उच्च पदों पर ‘फास्ट ट्रैक पदोन्नति’ मिलती है। इसलिए अब हम डीजीएम और जीएम (DGM and GM) देख सकते हैं जो अपने चालीसवें और यहां तक ​​कि तीस के दशक में भी हैं।

मूल्यांकन परीक्षण के बाद प्रदर्शन करने वाले और संभावित प्रबंधकों को भी बैंक के विदेशी केंद्रों पर पोस्टिंग दी जाती है।

एक बैंक प्रबंधक से अपेक्षित कौशल – Skills Expected from a Bank Manager

बैंक मैनेजर की नौकरी एक अच्छी नौकरी है। अन्य क्षेत्रों की तरह यह भी सबके लिए नहीं है। एक सफल बैंक मैनेजर बनने के लिए व्यक्ति के पास व्यक्तिगत कौशल और वित्तीय और सिस्टम ज्ञान होना आवश्यक है। यह प्रदर्शन और आशाजनक क्षमता के साथ एक सफलता औषधि है।

भारतीय बैंक संघ, बैंक कार्मिक प्रबंधन संस्थान (आईबीपीएम) द्वारा आयोजित विभिन्न परीक्षाओं और पाठ्यक्रमों को पूरा करना और उत्तीर्ण करना, वाणिज्य मंडलों, निर्यात परिषदों और विभिन्न आंतरिक प्रशिक्षणों द्वारा संचालित विशिष्ट पाठ्यक्रम और प्रशिक्षण।

एक बैंक मैनेजर के पास क्षेत्र में और उसी बैंक में अन्य बैंक मैनेजर के साथ एक पेशेवर नेटवर्क होना चाहिए। उसे प्रबंधन संघों और प्रबंधक क्लबों में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए। ये उन्हें पेशेवर प्रगति में मदद करेंगे और उनके दिए गए लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेंगे और उनके बैंक के विकास को बढ़ाएंगे।

निष्कर्ष – Conclusion

बैंक मैनेजर – एक आत्मसंतोषजनक नौकरी | Bank Manager – A Satisfying Job

पहले के दिनों में और अब भी एक बैंक मैनेजर को शाखा के ग्राहकों द्वारा एक मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक के रूप में देखा जाता है। कई ग्राहक न केवल अपनी वित्तीय जरूरतों के समाधान के लिए, बल्कि व्यक्तिगत मामलों में भी मदद और मार्गदर्शन के लिए बैंक मैनेजर से संपर्क करते हैं।

एक बैंक मैनेजर (bank manager) गरीबी उन्मूलन, महिलाओं के रोजगार सृजन सशक्तिकरण और सामाजिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए सरकार द्वारा विभिन्न वित्तीय योजनाओं को वितरित करने और लागू करने का हिस्सा बनकर संतुष्ट महसूस कर सकता है।

संतुष्टि तब मिलती है जब एक बैंक मैनेजर देखता है कि कैसे लोग और व्यवसाय जिसे उसने वित्तपोषित किया है, विकसित होता है और आर्थिक रूप से सफल और स्वतंत्र हो जाता है।

किसी जरूरतमंद को घर बनाने में मदद करना, किसी जरूरी सामाजिक जरूरत में मदद करना ये सभी संतुष्टि देने वाले अवसर हैं।

नियमों और विनियमों का पालन करते हुए और ईमानदारी और ईमानदारी को बनाए रखते हुए, एक बैंक मैनेजर को एक साथी इंसान की मदद करने और उससे संतुष्टि प्राप्त करने के अलावा उचित सैलरी और सम्मानित नौकरी और करियर प्राप्त करने के पर्याप्त अवसर मिलते हैं।

तो दोस्तों उम्मीद है आपको हमारी पोस्ट “Bank Manager Kaise Bane – बैंक मैनेजर कैसे बने” पसंद आई होगी. कृपया शेयर करना न भूले, धन्यवाद.

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12वी के बाद बैंक में नौकरी कैसे पाए – Bank Job After 12th https://physicswala.in/bank-job-after-12th/ https://physicswala.in/bank-job-after-12th/#respond Wed, 24 Feb 2021 10:44:56 +0000 https://jobsada.com/?p=729 12वी के बाद बैंक में नौकरी कैसे पाए – How to Get Bank Job After 12th

दोस्तों अगर आप केवल 12वी तक पढ़कर ही प्राइवेट बैंक में या सरकारी बैंक में नौकरी चाहते है तो इस पोस्ट को ध्यान से पढ़े, यह पोस्ट आपके बहुत काम आने है, जिसमें हम आपको पूरा बताएँगे के 12वी के बॉस बैंक में नौकरी कैसे करे. (Bank Job After 12th)

दोस्तों, बैंकिंग सेक्टर (Banking Sector) में हर साल हजारो नौकरिया निकलती है. और हजारो ही लोगो को नौकरी मिलती भी है. प्राइवेट बैंक के साथ साथ सरकारी बैंक में नौकरी मिलने की भी बहुत संभावना रहती है.

बैंकिंग फील्ड में नौकरी करने के लिए बैंकिंग की सबसे बड़ी परीक्षा उत्तीर्ण करनी पड़ती है जिसे की IBPS द्वारा आयोजित किया जाता है.

इस परीक्षा के द्वारा 19 राष्ट्रीय बैंक के लिए Bank PO and Bank Clerk का चयन किया जाता है. IBPS द्वारा 12वी पास उम्मीदवारों के लिए ही Clerk cadre की परीक्षा का आयोजन किया जाता है. (Bank Job After 12th)

जानिये Bank Job After 12th के बारे में

12वी के बाद करे बैंकिंग सेक्टर में फील्ड जॉब

Field Job in Banking Sector After 12th 

Field Job in Banking Sector After 12th

12वी पास लोगो के लिए बैंक (Bank Job After 12th) में सबसे ज्यादा जॉब्स केवल क्लर्क कैडर में ही निकलती है. क्लर्क की नौकरी के अलावा अगर 12वी लोगो के लिए कोई बड़ा विकल्प है तो वो है, डाटा एंट्री ऑपरेटर और असिस्टंट लेवल जॉब. यहाँ एक बात ध्यान देने योग्य है के इन नौकरियों के लिए आपको कंप्यूटर की अच्छी जानकारी होनी चाहिए. (Bank Job After 12th)

12वी के बाद बैंक में नौकरी के लिए कैसे करे आवेदन

How To Apply for Banking Job After 12th

How to Prepare for Banking Job after 12th

सभी बैंक्स नौकरियों के लिए अपनी वेबसाइट पर वक़्त वक़्त पर इसके बारे में जानकारी देती रहती है. आप चाहे तो बैंकिंग में नौकरी के लिए बैंक की वेबसाइट से भी आवेदन दे सकते है. सभी बैंक्स की आवेदन फीस भी अलग अलग होती है. (Bank Job After 12th)

12वी के बाद नौकरी देने वाले बैंक्स की सूचि

List of Banks Who Give Jobs After 12th

List of Banks Who Give Jobs After 12th

  • स्टेट बैंक ऑफ इंडिया एण्ड एसोसिएट्स – State Bank of India and Associates
  • साउथ इंडियन बैंक – South Indian Bank
  • बैंक ऑफ इंडिया – Bank of India
  • बैंक ऑफ महाराष्ट्र – Bank of Maharashtra
  • सिटी यूनियन बैंक – City Union Bank
  • आईसीआईसीआई बैंक – ICICI Bank
  • यूनियन बैंक ऑफ इंडिया – Union Bank of India
  • सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया – Central bank of India
  • पंजाब नेशनल बैंक – Punjab National Bank
  • इंडियन बैंक – Indian Bank
  • विजया बैंक – Vijaya Bank
  • आईडीबीआई बैंक – IDBI Bank
  • एचडीएफसी बैंक – HDFC Bank
  • पंजाब एंड सिंध बैंक – Punjab and Sind Bank
  • इंडियन ओवरसीज बैंक – Indian Overseas Bank
  • यूको बैंक – UCO Bank

और अन्य कई सरकारी बैंक एवं प्राइवेट बैंक भी है.

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प्राइवेट बैंक हो या सरकारी बैंक, आपको इनमें नौकरी पाने के लिए एनालिटिकल स्किल होना बेहद ज़रूरी है, जल्दी से जल्दी कैलकुलेट करने की क्षमता एवं कंप्यूटर का अच्छा ज्ञान होना बेहद ज़रूरी है.

बैंकिंग सेक्टर में नौकरी (Job in Banking Sector) करने के लिए आपको इनके हर साल आने वाले पेपर्स को पढना और उनकी तैयारी करनी चाहिए. और आपको हर सवाल के जवाब को कम से कम समय में लिखने या बोलने की कला को सीखना होगा.

दोस्तों निरंतर प्रयास करते रहे, ज्यादा से ज्यादा सवालो को हल करे, बस यही मंत्र है बैंकिंग सेक्टर में नौकरी पाने का. (Bank Job After 12th)

12वीं के बाद बैंकिंग पाठ्यक्रमों की सूची | List of Banking Courses After 12th

यहां 12वीं कॉमर्स के बाद बैंकिंग पाठ्यक्रमों की सूची दी गई है | Here is a list of Banking courses after 12th commerce-

  • BA in Banking and Finance
  • बैंकिंग और वित्त में बीए
  • BA in Banking and Financial Planning
  • बैंकिंग और वित्तीय योजना में बीए
  • BA in International Finance and Banking
  • अंतर्राष्ट्रीय वित्त और बैंकिंग में बीए
  • BBA (Hons) Finance and Banking
  • बीबीए (ऑनर्स) फाइनेंस एंड बैंकिंग
  • B.Com in Banking
  • बैंकिंग में बीकॉम
  • B.Sc. in Banking and Finance
  • बीएससी बैंकिंग और वित्त में
  • B.Sc. (Hons) Economics with Banking
  • बीएससी (ऑनर्स) बैंकिंग के साथ अर्थशास्त्र
  • B.Sc. (Hons) in Money, Banking and Finance
  • बीएससी (ऑनर्स) मनी, बैंकिंग और फाइनेंस में
  • Bachelor of Business (Banking)
  • बैचलर ऑफ बिजनेस (बैंकिंग)
  • Bachelor of Business (Banking and Finance)
  • व्यापार स्नातक (बैंकिंग और वित्त)
  • Bachelor of Business and Commerce (Banking and Finance)
  • व्यापार और वाणिज्य स्नातक (बैंकिंग और वित्त) (Bank Job After 12th)

स्नातक के बाद बैंकिंग पाठ्यक्रमों की सूची | List of Banking Courses after Graduation

जबकि बैंकिंग में स्नातक की डिग्री समग्र रूप से वित्तीय क्षेत्र के बारे में बताती है, मास्टर डिग्री छात्र की रुचि के एक विशेष क्षेत्र पर केंद्रित होती है। बैंकिंग में स्नातकों को ईकामर्स, वित्तीय सुरक्षा, वैश्विक बैंकिंग सेवाओं, पोर्टफोलियो प्रबंधन आदि के बारे में भी पढ़ाया जाता है। यहां बीकॉम या स्नातक के बाद बैंकिंग पाठ्यक्रमों की सूची दी गई है:

  • MBA in Banking and Finance
  • बैंकिंग और वित्त में एमबीए
  • MBA in Global Banking and Finance
  • ग्लोबल बैंकिंग और वित्त में एमबीए
  • MBA in Islamic Banking and Finance
  • इस्लामी बैंकिंग और वित्त में एमबीए
  • MCom (Banking)
  • एमकॉम (बैंकिंग)
  • M.Sc. in Banking and Finance
  • एमएससी बैंकिंग और वित्त में
  • M.Sc. in Financial Services in Banking
  • एमएससी बैंकिंग में वित्तीय सेवाओं में
  • M.Sc. in Finance Banking and Insurance
  • एमएससी वित्त बैंकिंग और बीमा में
  • M.Sc. in Banking and Risk
  • एमएससी बैंकिंग और जोखिम में
  • M.Sc. in Banking, Finance and Risk Management
  • एमएससी बैंकिंग, वित्त और जोखिम प्रबंधन में
  • M.Sc.in Business Economics, Finance, and Banking
  • M.Sc.in बिजनेस इकोनॉमिक्स, फाइनेंस और बैंकिंग
  • M.Sc. in International Banking and Finance
  • एमएससी अंतर्राष्ट्रीय बैंकिंग और वित्त में
  • M.Sc. in Global Banking and Finance
  • एमएससी वैश्विक बैंकिंग और वित्त में
  • M.Sc. in Islamic Banking and Finance
  • एमएससी इस्लामी बैंकिंग और वित्त में
  • Master of Law in International Banking
  • अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग में कानून के मास्टर
  • Master of Banking and Finance Law
  • बैंकिंग और वित्त कानून के मास्टर
  • PhD in Banking/Accounting/Finance/Economics/Management Studies
  • बैंकिंग/लेखा/वित्त/अर्थशास्त्र/प्रबंधन अध्ययन में पीएचडी
  • PhD in Business Administration – Banking and Finance
  • व्यवसाय प्रशासन में पीएचडी – बैंकिंग और वित्त (Bank Job After 12th)

12वीं के बाद बैंकिंग के लिए कौन सा कोर्स सबसे अच्छा है? – Which is the best course for banking after 12th in India?

भारत में 12वीं पास करने के बाद बैंकिंग क्षेत्र में कई कोर्स किए जा सकते हैं। कुछ लोकप्रिय कोर्स हैं:

  1. Bachelor of Commerce (B.Com) in Banking and Finance – बैंकिंग और वित्त में बैचलर ऑफ कॉमर्स (बी.कॉम): यह तीन साल का स्नातक पाठ्यक्रम है जो छात्रों को बैंकिंग और वित्त, लेखा, अर्थशास्त्र और व्यवसाय कानून के बारे में ज्ञान प्रदान करता है।
  2. Bachelor of Business Administration (BBA) in Banking and Finance – बैंकिंग और वित्त में बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए): यह तीन साल का स्नातक पाठ्यक्रम भी है जो बैंकिंग और वित्त विषयों जैसे लेखा, वित्तीय प्रबंधन, बैंकिंग कानूनों और विनियमों पर केंद्रित है।
  3. Chartered Accountancy (CA) – चार्टर्ड अकाउंटेंसी (सीए): यह एक प्रोफेशनल कोर्स है जो अकाउंटिंग, ऑडिटिंग, टैक्सेशन और फाइनेंशियल मैनेजमेंट पर फोकस करता है। इसे एकाउंटिंग और फाइनेंस के क्षेत्र में सबसे प्रतिष्ठित पाठ्यक्रमों में से एक माना जाता है।
  4. Bachelor of Technology (B.Tech) – बैंकिंग प्रौद्योगिकी में विशेषज्ञता के साथ कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग में प्रौद्योगिकी स्नातक (बी.टेक): यह चार साल का स्नातक पाठ्यक्रम है जो छात्रों को कंप्यूटर विज्ञान और बैंकिंग प्रौद्योगिकी दोनों का ज्ञान प्रदान करता है।
  5. Diploma in Banking and Finance – बैंकिंग और वित्त में डिप्लोमा: यह एक साल का डिप्लोमा कोर्स है जो बैंकिंग, वित्त, लेखा और प्रबंधन की मूल बातों पर केंद्रित है।

कोर्स का चुनाव आपकी रुचियों, योग्यता और करियर के लक्ष्यों पर निर्भर करता है। आप एक सूचित निर्णय लेने के लिए पाठ्यक्रम के पाठ्यक्रम, नौकरी की संभावनाओं और वेतन पैकेजों पर शोध कर सकते हैं। (Bank Job After 12th)

12वीं के बाद बैंकिंग के लिए क्या करना चाहिए? – What should I do for banking after 12th in India?

यदि आप 12वीं पास करने के बाद भारत में बैंकिंग क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक हैं, तो ऐसे कई विकल्प हैं जिन पर आप विचार कर सकते हैं। यहां कुछ कदम उठाए जा सकते हैं:

बैंकिंग क्षेत्र में उपलब्ध विभिन्न पाठ्यक्रमों और कार्यक्रमों पर शोध करें। आप बैंकिंग और वित्त में बैचलर ऑफ कॉमर्स (बी.कॉम), बैंकिंग और वित्त में बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए), चार्टर्ड अकाउंटेंसी (सीए), कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (बी.टेक) जैसे विकल्पों पर विचार कर सकते हैं। बैंकिंग प्रौद्योगिकी में विशेषज्ञता, और बैंकिंग और वित्त में डिप्लोमा।

अपनी रुचियों और योग्यता का निर्धारण करें। इनमें से प्रत्येक पाठ्यक्रम के लिए अलग-अलग कौशल और योग्यता की आवश्यकता होती है, इसलिए आपको वह पाठ्यक्रम चुनना चाहिए जो आपकी ताकत और रुचियों के अनुरूप हो।

ऐसे कोर्स या प्रोग्राम में दाखिला लें जो आपकी रुचियों और लक्ष्यों के अनुकूल हो। आप जिस कोर्स को करना चाहते हैं, उस पर निर्णय लेने के बाद, आप उस कॉलेज या संस्थान में दाखिला ले सकते हैं जो उस कार्यक्रम की पेशकश करता है। नामांकन से पहले कॉलेज की प्रतिष्ठा, पाठ्यक्रम पाठ्यक्रम और प्लेसमेंट के अवसरों पर शोध करना सुनिश्चित करें।

इंटर्नशिप या नौकरी के अवसरों के माध्यम से व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करें। कई कॉलेज और संस्थान पाठ्यक्रम पाठ्यक्रम के हिस्से के रूप में इंटर्नशिप की पेशकश करते हैं, जो बैंकिंग क्षेत्र में मूल्यवान व्यावहारिक अनुभव प्रदान कर सकते हैं। व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने के लिए आप बैंकिंग उद्योग में प्रवेश स्तर की नौकरी के अवसरों की भी तलाश कर सकते हैं।

बैंकिंग उद्योग में नवीनतम रुझानों और विकास के साथ अद्यतन रहें। उद्योग के प्रकाशनों को पढ़ना, सम्मेलनों में भाग लेना और क्षेत्र के पेशेवरों के साथ नेटवर्किंग आपको नवीनतम रुझानों और विकास के साथ अप-टू-डेट रहने में मदद कर सकता है, जो आपके करियर में उपयोगी हो सकता है। (Bank Job After 12th)

12वीं के बाद बैंकर बनने में कितने साल लगते हैं? – How many years does it take to become a banker after 12th in India?

भारत में 12वीं के बाद बैंकर बनने में लगने वाला समय आपके द्वारा चुने गए विशिष्ट करियर पथ पर निर्भर करता है। यहाँ बैंकिंग उद्योग में आमतौर पर अपनाए जाने वाले करियर के कुछ मार्ग हैं और इनमें से प्रत्येक मार्ग में बैंकर बनने में लगने वाला समय है:

  1. Bank Clerk – बैंक क्लर्क: भारत में बैंक क्लर्क बनने के लिए, आपको विभिन्न बैंकों द्वारा आयोजित बैंक क्लर्क प्रवेश परीक्षा में शामिल होना होगा। इस परीक्षा के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास है। चयन प्रक्रिया में आमतौर पर एक लिखित परीक्षा और एक साक्षात्कार शामिल होता है। परीक्षा के लिए अर्हता प्राप्त करने के बाद, आप बैंक क्लर्क के रूप में शामिल हो सकते हैं, और स्थायी कर्मचारी बनने में आमतौर पर लगभग 1-2 साल लगते हैं।
  2. Probationary Officer (PO) – प्रोबेशनरी ऑफिसर (पीओ): बैंक में प्रोबेशनरी ऑफिसर बनने के लिए, आपको विभिन्न बैंकों द्वारा आयोजित बैंक पीओ प्रवेश परीक्षा में शामिल होना होगा। इस परीक्षा के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता स्नातक की डिग्री है। चयन प्रक्रिया में आमतौर पर एक लिखित परीक्षा, समूह चर्चा और साक्षात्कार शामिल होता है। परीक्षा के लिए अर्हता प्राप्त करने के बाद, आपको परिवीक्षाधीन अवधि के लिए चुना जाएगा, जो आमतौर पर 1-2 साल तक रहता है।
  3. Chartered Accountant (CA) – चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए): भारत में चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने के लिए, आपको इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) द्वारा आयोजित सीए प्रवेश परीक्षा को पास करना होगा। इस परीक्षा के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास है। कोर्स को पूरा करने में लगभग 4-5 साल लगते हैं, जिसमें आर्टिकलशिप भी शामिल है।
  4. बैंकिंग और वित्त में बैचलर ऑफ कॉमर्स (बी.कॉम): यह तीन साल का स्नातक पाठ्यक्रम है जो छात्रों को बैंकिंग और वित्त, लेखा, अर्थशास्त्र और व्यवसाय कानून के बारे में ज्ञान प्रदान करता है।
  5. Bachelor of Commerce (B.Com) in Banking and Finance – बैंकिंग और वित्त में बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए): यह तीन साल का स्नातक पाठ्यक्रम भी है जो बैंकिंग और वित्त विषयों जैसे लेखा, वित्तीय प्रबंधन, बैंकिंग कानूनों और विनियमों पर केंद्रित है। (Bank Job After 12th)

इसलिए, आपके द्वारा चुने गए करियर पथ के आधार पर, भारत में 12वीं के बाद बैंकर बनने में 1-5 साल तक का समय लग सकता है।

बैंक में कितने पेपर होते हैं? – How many papers are there in the bank in India?

भारत में बैंक परीक्षाओं में प्रश्नपत्रों की संख्या परीक्षा और इसे संचालित करने वाले बैंक के आधार पर भिन्न हो सकती है। हालाँकि, भारत में आयोजित कुछ सामान्य बैंक परीक्षाएँ और प्रत्येक परीक्षा में प्रश्नपत्रों की संख्या इस प्रकार है:

  1. State Bank of India (SBI) Probationary Officer (PO) Exam – स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) प्रोबेशनरी ऑफिसर (PO) परीक्षा: SBI PO परीक्षा में तीन पेपर होते हैं – प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और समूह अभ्यास और साक्षात्कार।
  2. Institute of Banking Personnel Selection (IBPS) Probationary Officer (PO) Exam – इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनेल सेलेक्शन (IBPS) प्रोबेशनरी ऑफिसर (PO) परीक्षा: IBPS PO परीक्षा में दो पेपर होते हैं – प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा।
  3. IBPS Clerk Exam – आईबीपीएस क्लर्क परीक्षा: आईबीपीएस क्लर्क परीक्षा में दो पेपर होते हैं – प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा।
  4. SBI Clerk Exam – SBI क्लर्क परीक्षा: SBI क्लर्क परीक्षा में दो पेपर होते हैं – प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा।
  5. RBI Assistant Exam – RBI सहायक परीक्षा: RBI सहायक परीक्षा में दो पेपर होते हैं – प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा।

प्रारंभिक परीक्षा में आमतौर पर वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न होते हैं और तर्क, मात्रात्मक योग्यता और अंग्रेजी भाषा जैसे क्षेत्रों में उम्मीदवार के ज्ञान का परीक्षण किया जाता है।

मुख्य परीक्षा में वस्तुनिष्ठ और वर्णनात्मक दोनों प्रकार के प्रश्न होते हैं और तर्क, मात्रात्मक योग्यता, अंग्रेजी भाषा और सामान्य जागरूकता जैसे क्षेत्रों में उम्मीदवार के ज्ञान का परीक्षण किया जाता है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि प्रश्नपत्रों की सटीक संख्या और पाठ्यक्रम साल-दर-साल अलग-अलग हो सकते हैं और विभिन्न बैंकों के लिए अलग-अलग हो सकते हैं। उम्मीदवारों को प्रश्नपत्रों की संख्या और पाठ्यक्रम के बारे में नवीनतम जानकारी प्राप्त करने के लिए परीक्षा की आधिकारिक अधिसूचना का संदर्भ लेना चाहिए। (Bank Job After 12th)

बैंकिंग कोर्स की फीस कितनी है? – How much is the banking course fee in India?

भारत में बैंकिंग पाठ्यक्रमों का शुल्क पाठ्यक्रम के प्रकार और इसे प्रदान करने वाले संस्थान के आधार पर व्यापक रूप से भिन्न हो सकता है। यहाँ भारत में कुछ लोकप्रिय बैंकिंग पाठ्यक्रमों के लिए शुल्क का एक मोटा अनुमान दिया गया है:

  1. Bachelor of Commerce (B.Com) in Banking and Finance – बैंकिंग और वित्त में बैचलर ऑफ कॉमर्स (बी.कॉम) – इस तीन वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम के लिए शुल्क लगभग रुपये से लेकर हो सकता है। 20,000 से रु। प्रति वर्ष 2 लाख, इसे प्रदान करने वाली संस्था पर निर्भर करता है।
  2. Bachelor of Business Administration (BBA) in Banking and Finance – बैंकिंग और वित्त में बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए) – इस तीन वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम के लिए शुल्क लगभग रुपये से लेकर हो सकता है। 30,000 से रु. प्रति वर्ष 3 लाख, इसे प्रदान करने वाले संस्थान पर निर्भर करता है।
  3. Chartered Accountancy (CA) – चार्टर्ड अकाउंटेंसी (सीए) – सीए कोर्स के लिए शुल्क लगभग रुपये से लेकर हो सकता है। 50,000 से रु. 1 लाख प्रति वर्ष, आपके द्वारा चुने गए कोचिंग संस्थान के आधार पर।
  4. Diploma in Banking and Finance – बैंकिंग और वित्त में डिप्लोमा – इस एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स की फीस लगभग रु. 10,000 से रु। 1 लाख, इसे प्रदान करने वाली संस्था पर निर्भर करता है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि बैंकिंग पाठ्यक्रमों के लिए शुल्क संस्थान की प्रतिष्ठा, पाठ्यक्रम पाठ्यक्रम, प्रदान की जाने वाली सुविधाओं और संस्थान के स्थान सहित कई कारकों के आधार पर व्यापक रूप से भिन्न हो सकता है।

इसके अतिरिक्त, योग्य छात्रों को छात्रवृत्ति और अन्य प्रकार की वित्तीय सहायता उपलब्ध हो सकती है, जो पाठ्यक्रम की लागत को कम करने में मदद कर सकती है। (Bank Job After 12th)

बैंक में सबसे अच्छी पोस्ट कौन सी होती है? – Which is the best post in the bank in India?

भारत में बैंकिंग उद्योग कई कैरियर के अवसर प्रदान करता है, और बैंक में सबसे अच्छा पद आपके कौशल, रुचियों और कैरियर के लक्ष्यों के आधार पर भिन्न हो सकता है। भारत में बैंकिंग उद्योग में आमतौर पर माने जाने वाले कुछ बेहतरीन पद यहां दिए गए हैं:

  1. Bank Probationary Officer (PO) – बैंक प्रोबेशनरी ऑफिसर (पीओ): बैंक पीओ भारत में बैंकिंग उद्योग में सबसे लोकप्रिय और मांग वाले पदों में से एक है। यह एक प्रवेश स्तर की स्थिति है जिसमें ग्राहक सेवा, ऋण प्रसंस्करण और खाता प्रबंधन जैसे विभिन्न बैंकिंग परिचालनों का प्रबंधन शामिल है। बैंक पीओ के पास भी बैंक में उच्च पदों पर आगे बढ़ने का अवसर होता है।
  2. Specialist Officer (SO) – विशेषज्ञ अधिकारी (SO): विशेषज्ञ अधिकारी पेशेवर होते हैं जिन्हें बैंक में विशिष्ट भूमिकाओं के लिए नियुक्त किया जाता है, जैसे आईटी अधिकारी, विपणन अधिकारी, मानव संसाधन अधिकारी और विधि अधिकारी। वे बैंक में विशेष कार्यों के लिए जिम्मेदार होते हैं और उन्हें नियमित बैंक कर्मचारियों की तुलना में अधिक वेतन दिया जाता है।
  3. Bank Manager – बैंक मेनेजर: बैंक शाखा के समग्र संचालन के प्रबंधन के लिए बैंक प्रबंधक जिम्मेदार होते हैं। वे ग्राहक सेवा, कर्मचारी प्रबंधन और वित्तीय प्रदर्शन सहित शाखा की दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों की देखरेख करते हैं।
  4. Investment Banker – इन्वेस्टमेंट बैंकर: निवेश बैंकर बैंकों के निवेश बैंकिंग प्रभाग में काम करते हैं और कंपनियों को आईपीओ, ऋण प्रस्ताव और अन्य वित्तीय साधनों के माध्यम से पूंजी जुटाने में मदद करते हैं। वे अत्यधिक भुगतान वाले पेशेवर हैं जो जटिल वित्तीय लेनदेन पर काम करते हैं।
  5. Chartered Accountant (CA) – चार्टर्ड एकाउंटेंट (सीए): चार्टर्ड एकाउंटेंट अत्यधिक कुशल पेशेवर होते हैं जो ग्राहकों को वित्तीय सलाहकार और ऑडिटिंग सेवाएं प्रदान करते हैं। उन्हें बैंकों द्वारा विभिन्न भूमिकाओं, जैसे आंतरिक लेखा परीक्षा, कराधान और जोखिम प्रबंधन के लिए भी नियुक्त किया जाता है। (Bank Job After 12th)

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि बैंक में सर्वश्रेष्ठ पद आपकी रुचियों, कौशल और करियर लक्ष्यों के आधार पर भिन्न हो सकते हैं।

आपको एक ऐसा पद चुनना चाहिए जो आपकी ताकत के साथ संरेखित हो और आपको अपने करियर में बढ़ने और आगे बढ़ने की अनुमति दे।

बैंक मैनेजर के लिए कौन सी डिग्री चाहिए? – Which degree is required for bank manager in India?

भारत में एक बैंक मैनेजर बनने के लिए, आपको आमतौर पर व्यवसाय प्रशासन, वाणिज्य, वित्त या लेखा जैसे प्रासंगिक क्षेत्र में डिग्री की आवश्यकता होती है।

भारत में अधिकांश बैंकों को अपने प्रबंधकों के पास कम से कम स्नातक की डिग्री की आवश्यकता होती है, और कुछ को वित्त या बैंकिंग में स्नातकोत्तर डिग्री या पेशेवर प्रमाणन की भी आवश्यकता हो सकती है।

शैक्षिक योग्यता के अलावा, भारत में बैंक बैंकिंग या वित्तीय उद्योग में प्रासंगिक कार्य अनुभव वाले उम्मीदवारों की भी तलाश करते हैं।

जिन उम्मीदवारों ने बैंकिंग संचालन, ऋण प्रसंस्करण, ग्राहक सेवा, या अन्य संबंधित भूमिकाओं में काम किया है, उन्हें अक्सर प्रबंधकीय पदों के लिए पसंद किया जाता है।

बैंक में उच्च पदों पर आगे बढ़ने के लिए, उम्मीदवारों को अपने कौशल और ज्ञान को बढ़ाने के लिए आंतरिक प्रशिक्षण और विकास कार्यक्रमों से भी गुजरना पड़ सकता है। ये कार्यक्रम नेतृत्व, टीम प्रबंधन, वित्तीय विश्लेषण और जोखिम प्रबंधन जैसे विषयों को कवर कर सकते हैं।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि भारत में बैंक मैनेजर बनने की सटीक आवश्यकताएं बैंक और स्थिति के आधार पर अलग-अलग हो सकती हैं।

उम्मीदवारों को बैंक प्रबंधक की स्थिति के लिए शैक्षणिक योग्यता, कार्य अनुभव और अन्य आवश्यकताओं पर नवीनतम जानकारी प्राप्त करने के लिए बैंक की आधिकारिक वेबसाइट की जांच करनी चाहिए, जिसके लिए वे काम करने में रुचि रखते हैं। (Bank Job After 12th)

प्राइवेट बैंक में जॉब कैसे पाये – How to get job in private bank in India?

भारत में एक निजी बैंक में नौकरी पाने के लिए आप यहां कुछ कदम उठा सकते हैं:

  1. Research the Bankबैंक पर शोध करें: उन निजी बैंकों पर शोध करें जिनके लिए आप काम करने में रुचि रखते हैं। यह देखने के लिए उनकी वेबसाइट, जॉब पोर्टल्स और सोशल मीडिया प्रोफाइल देखें कि क्या उनके पास आपके कौशल और योग्यता से मेल खाने वाली कोई नौकरी है।
  2. नौकरी की स्थिति की पहचान करें: एक बार जब आप एक निजी बैंक की पहचान कर लेते हैं, जिसके लिए आप काम करना चाहते हैं, तो यह पता लगाने के लिए कि क्या आपके कौशल और योग्यता से मेल खाने वाली कोई खुली स्थिति है, उनके जॉब पोर्टल या अन्य जॉब वेबसाइटों की जाँच करें। निजी बैंकों में कुछ सामान्य नौकरी के पदों में ग्राहक सेवा प्रतिनिधि, संबंध प्रबंधक, वित्तीय विश्लेषक और ऋण अधिकारी शामिल हैं।
  3. अपना रिज्यूमे और कवर लेटर तैयार करें: एक रिज्यूमे और कवर लेटर तैयार करें जो आपके प्रासंगिक कौशल, योग्यता और कार्य अनुभव को उजागर करता हो। सुनिश्चित करें कि आपका रिज्यूमे उस विशिष्ट नौकरी की स्थिति के अनुरूप है जिसके लिए आप आवेदन कर रहे हैं।
  4. नौकरी के लिए आवेदन करें: एक बार जब आप अपना रिज्यूमे और कवर लेटर तैयार कर लेते हैं, तो बैंक के जॉब पोर्टल या अन्य जॉब वेबसाइटों के माध्यम से नौकरी के लिए ऑनलाइन आवेदन करें। आवेदन निर्देशों का सावधानीपूर्वक पालन करना सुनिश्चित करें और सभी आवश्यक दस्तावेजों को शामिल करें।
  5. इंटरव्यू की तैयारी करें: यदि आपको इंटरव्यू के लिए शॉर्टलिस्ट किया जाता है, तो बैंक में शोध करके, सामान्य इंटरव्यू प्रश्नों का अभ्यास करके और पेशेवर रूप से ड्रेसिंग करके इंटरव्यू की तैयारी करें।
  6. साक्षात्कार में भाग लें: निर्धारित तिथि और समय पर साक्षात्कार में भाग लें। साक्षात्कार के दौरान विनम्र, आत्मविश्वासी और पेशेवर बनें।
  7. अनुवर्ती कार्रवाई: साक्षात्कार के बाद, अपने आवेदन की स्थिति के बारे में पूछताछ करने के लिए बैंक से संपर्क करें। यदि आपको नौकरी की पेशकश की जाती है, तो नौकरी की पेशकश की सावधानीपूर्वक समीक्षा करें और आवश्यकतानुसार शर्तों को स्वीकार या बातचीत करें। (Bank Job After 12th)

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि भारत में एक निजी बैंक में नौकरी पाना प्रतिस्पर्धी हो सकता है, और सफल होने से पहले आपको कई बैंकों या नौकरी के पदों पर आवेदन करने की आवश्यकता हो सकती है।

FAQ

12th के बाद बैंकिंग कैसे करें?

12वीं पास उम्मीदवार आईबीपीएस (IBPS Exams) की ओर से आयोजित परीक्षा को पास कर बैंक में नौकरी (Banking Job) हासिल कर सकते हैं। क्लर्क और डाटा एंट्री ऑपरेटर की जॉब (Data Entry Operator Job) मिलती है। जिसके लिए 12वीं पास होने के साथ साथ कंम्प्यूटर और टाइंपिंग का ज्ञान होना ज़रूरी है। (Bank Job After 12th)

बैंक में नौकरी पाने के लिए 12वीं के बाद क्या पढ़ना चाहिए?

12th के बाद Banking Course में बैचलर ऑफ़ एकाउंटिंग (Bachelor of Accounting) और फाइनेंस बेहतरीन विकल्प है। यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह एक 3 साल का डिग्री कोर्स होता है जिसको करने के बाद कैंडिडेट को अकाउंटिंग और फाइनेंस की बहुत अच्छी समझ आ जाती है।

12वीं के बाद कौन सा बैंक का एग्जाम बेस्ट है?

भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) पीओ परीक्षा (SBI PO Exam) भारत में 12वीं के बाद सबसे लोकप्रिय बैंक परीक्षाओं में से एक है।

क्या बैंक की नौकरी पाना आसान है?

हाँ बिल्कुल। हमें बैंक में नौकरी बेहद आसानी से मिल सकती है । लेकिन बैंक में नौकरी आसानी से पाने के लिए आपको जो काम करना चाहिए वह है के आपको नियमित रूप से दैनिक आधार पर बैंक परीक्षाओं की तैयारी का करना। बैंक परीक्षा के प्रत्येक विषय के लिए आपको लगातार तैयारी करनी होगी क्योंकि बैंक परीक्षा में सफल होने की एकमात्र कुंजी यही है।

किस बैंक की परीक्षा में इंटरव्यू नहीं होता है?

आइये जानके के किस बैंक परीक्षा में साक्षात्कार नहीं होता? आईबीपीएस क्लर्क, एसबीआई क्लर्क, आईबीपीएस आरआरबी क्लर्क और आरबीआई असिस्टेंट जैसे बैंकों में ही लिपिक स्तर की परीक्षाओं में ही साक्षात्कार शामिल नहीं होते हैं। हालाँकि, बैंक पीओ परीक्षा (Bank PO Exam) के लिए, चयन प्रक्रिया के अंतिम चरण के रूप में एक साक्षात्कार दौर होता है।

क्या बैंक एग्जाम कठिन होते हैं?

आइये जाने है के क्या बैंकिंग परीक्षा कठिन है? बैंक परीक्षा, विशेषकर के आईबीपीएस और एसबीआई पास करना सच में थोडा कठिन है । इसकी विफलता दर सफलता दर से कही अधिक है, और हर साल इसके लिए आवेदकों की बढ़ती संख्या के साथ, ऐसे में इसके लिए प्रतिस्पर्धा कठिन हो जाती है। (Bank Job After 12th)

प्राइवेट बैंकर कैसे बने?

किसी व्यावसायिक अनुशासन या फिर किसी अन्य प्रासंगिक विषय में स्नातक की डिग्री एक निजी बैंकर के रूप में कार्य करने के लिए एक बेहद ही बुनियादी योग्यता है। हालाँकि, ज्यादातर मामलों में, इस क्षेत्र में किसी पद प्राप्त करने के लिए स्नातक की डिग्री को पर्याप्त कार्य अनुभव के साथ जोड़ा जाना चाहिए।

बैंक परीक्षा में छात्र फेल क्यों होते हैं?

उचित तैयारी का अभाव : बैंक परीक्षाओं में छात्रों के असफल होने का एक बेहद ही मूल कारण उचित तैयारी का अभाव है। इस कारक में परीक्षा के लिए अपर्याप्त तैयारी से संबंधित कई प्रकार के मुद्दे शामिल हैं। प्रभावी तैयारी के लिए एक सुव्यवस्थित अध्ययन योजना का होना महत्वपूर्ण है।

क्या मैं 3 महीने में बैंक एग्जाम क्लियर कर सकता हूं?

हां, केवल बहुत कम उम्मीदवार है जो के अंग्रेजी में बहुत मजबूत हैं और यहाँ पर तर्क और मात्रा की मूल बातें का अच्छा ज्ञान रखते हैं, वे 3 महीने में इस परीक्षा को उत्तीर्ण कर सकते हैं। उन्हें मुख्य रूप से परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए भी काफी मेहनत करनी पड़ती है। लेकिन, एक यह एक औसत उम्मीदवार के लिए यह बहुत कठिन होगा। (Bank Job After 12th)

मुझे बैंक परीक्षाओं की तैयारी कब शुरू करनी चाहिए?

ज्ञान और कौशल विकास: यदि आपके पास तर्क क्षमता, मात्रात्मक योग्यता,  अंग्रेजी भाषा कौशल और सामान्य ज्ञान जागरूकता में मजबूत आधार है, तो आप इस स्नातक स्तर की पढ़ाई के दौरान बैंकिंग परीक्षाओं की तैयारी को शुरू कर सकते हैं। इस तरह, आप समय के साथ अपने ज्ञान और कौशल को धीरे-धीरे और विकसित और मजबूत कर सकते हैं।

भारत में एक निजी बैंक में नौकरी पाने की संभावनाओं को बेहतर बनाने के लिए अपने कौशल, अनुभव और नेटवर्क का निर्माण करते रहें।

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